भूलकर भी न खाये ये 10 चीजे अगर आप भी करवाती है स्तनपान

हमारे बड़े बूढ़े कहा करते थे की माँ बनना आसान नहीं है और काफ़ी हद तक यह ठीक भी था। लेकिन आजकल गर्भावस्था, प्रसव और गर्भावस्था के बाद, हर चीज़ की जानकारी आपको आसानी से मिल जाती है, चाहे वो इंटर्नेट हो या किताबें और काफ़ी महिलाओं को काफ़ी जानकारी मिली है। फिर भी कुछ चीज़ों को लेकर नई माताओं में काफ़ी दुविधा रहती है। जैसे की स्तनपान के दौरान क्या खाए और क्या ना खाए। एक नई माँ को ऐसा कुछ भी नहीं खाना चाहिए जो आपके शिशु के लिए ठीक ना हो। आइए जान लेते है की क्या ना खाए स्तनपान के दौरान(List Of Foods To Avoid During Breastfeeding)।

  • कैफ़ीन
  • सिट्रस/citrus फल
  • मसालेदार खाना
  • मछली
  • मूँगफली
  • अजवाइन और पुदीना
  • ऐलर्जी फ़ूड
  • राज्मा और छोले
  • अन्य

कैफ़ीन (Caffeine Intake While Breastfeeding)

प्रसव के बाद की शुरुआती दिन थोड़े मुश्किल होते है क्यूँकि आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती, आपको थकान रहती है। ऐसे में नई मातायें चाय और कॉफ़ी का सहारा लेती है। थोड़ी मात्रा में ली गई चाय काफ़ी ठीक है लेकिन यदि आप ज़्यादा मात्रा में कैफीन ले रही है तो तो आपको थोड़ा नियंत्रण रखना होगा। कैफ़ीन आपके दूध में मिल कर आपके शिशु की नींद में भी बाधा बन सकती है। इसीलिए कोशिश करे की इसकी मात्रा कम ले और शिशु के सोने के बाद चाय या काफ़ी पिए।

caffeine during Breastfeeding
caffeine during Breastfeeding

सिट्रस/citrus फल

सिट्रस फल जैसे की संतरा या निम्बू विटामिन सी का उच्चतम स्त्रोत है लेकिन इनमें मोजूद अम्लीय घटक यानी असिडिक कम्पोनेंट्स अपने शिशु के लिए ठीक नहीं है। अपके शिशु का अपरिपक्व पाचन यंत्र इन कम्पोनेंट्स को संभाल नहीं सकता। इससे आपके शिशु को असिडिटी या गैस बन सकती है और वो बार बार दूध निकल सकता है। इसीलिए इनसे परहेज़ करे।

मसालेदार खाना (Foods That Cause Gas In Breastfed Babies)

ज़्यादा मसालेदार या तीखा खाना आपके शिशु को गैस या असिडिटी कर सकता है। ऐसा भी देखा गया है कि कुछ शिशुओं को कोई दिक्कत नहीं हुई लेकिन फिर भी अगर आप ज़्यादा मसालेदार खाना नहीं खाएँगे तो बेहतर होगा।

गैस करने वाली सब्ज़ियाँ (Foods That Cause Gas In Breastfed Babies)

एक नई माँ को पौष्टिक आहार लेना ज़रूरी है लेकिन कुछ सब्ज़ियाँ ऐसी है जिन्हें स्तनपान के दौरान नहीं खाना चाहिए जैसे की बन्दगोभी, फूलगोभी, ब्रॉकली, खीरा आदि। माना गया है कि यह सब्ज़ियाँ शिशु को गैस कर सकती है।

मछली (Fish to avoid during Breastfeeding)

मछली एक ऐसी चीज़ है जो की गर्भावस्था के दौरान भी ध्यान से खानी चाहिए और यह सावधानी आपको स्तनपान के दौरान भी रखनी पड़ेगी। स्तनपान के दौरान उच्चतम पारा यानी हाई मर्क्यरी वाली मछली खाने से बचे। ऐसी मछली खाने से आपके शिशु के मस्तिष्क के विकास में बाधा आ सकती है। तो जब कभी भी आप बाहर जाए और अगर अपनी पसंदीदा सुशी खाने का मन करे तो जाँच ले की सुशी बनाने में किस मछली का उपयोग हुआ है।

मूँगफली

बहुत सी महिलाये स्तनपान के दौरान मूँगफली नहीं खाती। यह देखा गया है कि मूँगफली में मोजूद प्रोटीन माँ के सिद्ध के ज़रिए शिशु तक पहुँचता है और शिशु को ऐलर्जी कर सकता है। शिशु को ऐलर्जी से लाल निशान भी हो सकते है। कुछ लोग यह भी मानते है की मूँगफली की तासीर गरम होती है इसीलिए भी स्तनपान के समय इसे नहीं खाना चाहिए।

अजवाइन और पुदीना

हमारे लगभग रोज़ के खाने में इस्तेमाल होने वाली अजवाइन अगर ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा में ली जाए तो यह स्तनदूध की आपूर्ति को कम कर सकती है। उसी प्रकार पेपर्मिंट यानी एक प्रकार का पुदीना भी अगर ज़रूरत से ज़्यादा लिया जाए तो स्तनदूध के उत्पादन पर असर दल सकता है। काफ़ी महिलायें पेपर्मिंट चाय पीना शुरू कर देती है जब उन्हें दूध की आपूर्ति कम करनी हो या जब वो दूध छुड़ाना छा रही हो।

ऐलर्जी फ़ूड

काफ़ी बच्ची में मकी यानी कॉर्न की वजह से ऐलर्जी पाई गई है। अगर आप भी अपने बच्चे में बेचैनी या पेट में गैस नोटिस करे तो कॉर्न खाना कुछ समय के लिए बंद कर दे। इसके साथ साथ अंडे भी ध्यान से खाए, स्तनपान के शुरुआती दीनो में तो बिलकुल ना खाए। यह कुछ ऐसी चीज़ें है जो अलर्जिक फ़ूड में आती है।

राज्मा और छोले (Foods That Cause Gas In Breastfed Babies)

हर घर में राज्मा और छोले काफ़ी पसंद किए जाते है लेकिन एक नहीं माँ को स्तनपान के शुरुआती दीनो में राज्मा या छोले नहीं खाने चाहिए। शिशु का अपरिपक्व पाचन तंत्र इतनी जल्दी इन्हें नहीं पचा पता और उसे गैस हो सकती है। इसीलिए इन्हें ना खाए। एक या दो महीने बाद आप इन्हें ज़रूर धीरे धीरे शुरू कर सकती है।

अन्य

और भी काफ़ी महिलाओं के हिसाब से चोक्लेट, किवी, पाइनैपल, अदरक यह कुछ ऐसी चीज़ें है जिन्हें खाने से उनके बच्चों को गैस या बेचैनी जैसी समस्या हुई।

एक नई माँ को अच्छा लेकिन हल्का आहार हीं लेना चाहिए जो आसानी से पच जाए। यदि एक माँ को असिडिटी या गैस होगी तो शिशु को भी होगी क्यूँकि हर चीज़ माँ के दूध के ज़रिए उस तक पहुँचेगी। इसीलिए हमेशा कोशिश करे ऐसा आहार लेने की जो पौष्टिक होने के साथ साथ आपके शिशु के लिए भी सुरक्षित हो।

Leave a comment