एक साल के होने तक लगभग सभी बच्चों के दांत निकलना शुरु हो जाते हैं। इस समय बच्चे का विकास भी बहुत तेजी से होना शुरू हो जाता है और बच्चा धीरे-धीरे चलना भी शुरु कर देता है। यह वह समय होता है जब बच्चे को अतिरिक्त पोषण की आवश्यकता होने लगती है। इसलिए इस महत्वपूर्ण समय में सभी पेरेंट्स को बच्चे का एक आहार चार्ट निश्चित करना चाहिए। बच्चे का आहार चार्ट बनाते समय यह अवश्य ध्यान रखें कि उसमें सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में हों।
तो आइए आप को उदाहरण स्वरूप बताते हैं कि बच्चे के लिए एक आहार चार्ट कैसा होना चाहिए
सबसे पहले बनाते हैं बच्चे के लिए पूरे सप्ताह का ब्रेकफास्ट । ब्रेकफास्ट ऐसा हो जो बच्चे को ताकत दे और आसानी से खाया जा सके।
एक साल के बच्चे का ब्रेकफास्ट फूड चार्ट:-
- पहले दिन दूध के साथ ओट्स ,कॉर्नफ्लेक्स , दूध में थोड़ी भुनी हुई हुई सूजी मिला कर पकाकर बच्चों के स्वाद अनुसार उन्हें खिलाएं
- अगले दिन मीठा या नमकीन दलिया दे सकते हैं
- तीसरे दिन वेज पोहा के साथ दूध दिजिए
- चौथे दिन मिक्स वेज, गोभी, आलू-प्याज या पनीर का पतला मुलायम परांठा दही या दाल के साथ दे सकते हैं
- पांचवे दिन अंडे का आमलेट और ब्राउन ब्रेड या पनीर की भूजिया पतली रोटी के साथ दे सकते हैं
- छठे दिन बेसन का चीला या रागी का डोसा दें
- सातवें दिन शकरकंद की खीर या सूजी का हलवा दे सकते हैं।
अब अब जानते हैं बच्चे के पौष्टिक लंच के बारे में
बच्चों को लंच के समय भी पौष्टिक आहार देना चाहिए ताकि वह दिन से लेकर शाम तक ऊर्जावान महसूस कर सकें। एक साल के बच्चे खाने में आनाकानी करते हैं क्योंकि उनका स्वाद अभी डिवेलप नहीं होता है इसलिए उनके आनाकानी करने के बावजूद आप धीरे-धीरे बहला-फुसलाकर उन्हें सब पौष्टिक आहार खिलाएं जिससे धीरे-धीरे उनको सभी चीजों का स्वाद भी डिवेलप होना शुरू हो जाएगा ।
एक साल के बच्चे का लंच फूड चार्ट
- पहले दिन आप बच्चे को दही, रोटी और सोया ग्रेन्यूल्स दे सकते हैं
- दूसरे दिन फूलगोभी की सब्जी, रोटी, दाल और सलाद
- अगले दिन दही-चावल और रसम या फिर वेज पुलाव और दही दे सकते हैं
- चौथे दिन दाल, चावल और कोई हरी सब्जी दें
- पांचवे दिन वेज पुलाव या वेज खिचड़ी दे सकते हैं
- छठे दिन नॉन वेज जैसे अंडा करी और चावल, लाइट चिकन करी के साथ चावल या रोटी दे सकते हैं।
- सातवें दिन पनीर की भूजिया, दाल और रोटी या फिर सोयाबिन की सब्जी के साथ रोटी।
एक साल के बच्चे के लगभग सभी दांत नहीं आए होते हैं इसलिए उनके लिए हमेशा नरम रोटियां ही बनाएं जिसे वह आसानी से खा सके। कई बच्चों के दांत ही बारह महीने में आना शुरु होते हैं ऐसे बच्चों को चावल या रोटी अच्छे से मैश करके ही खिलाना चाहिए जिससे आहार उनके गले में ना फंसे और वह अपने कम दांतों से भी चबा चबा कर आसानी से खा पाए।
आइए आप जानते हैं बच्चों का डिनर कैसा होना चाहिए
छोटे बच्चे अक्सर रात को जल्दी सो जाते हैं या फिर कई बार काफी देर तक जगते हैं। ऐसे में बच्चों के लिए डिनर का समय फिक्स करना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए उनके सोने और जागने के समयानुसार आप उनका डिनर फिक्स कर सकते हैं पर रात को ऐसा भोजन ना दें जो पचने में अधिक समय लगाए।
एक साल के बच्चे का डिनर फूड चार्ट
- पहले दिन रात को सूजी टोस्ट या कद्दू की खिचड़ी
- दूसरे दिन सांभर डोसा या चिकन सूप के साथ ब्रेड
- अगले दिन रात को बाजरे का उपमा या वेज पेनकेक
- चौथे दिन एक पतला आलू का परांठा बटर के साथ
- पांचवे दिन बच्चे को चिकन सूप के साथ ब्रेड या मूंग के दाल की खिचड़ी
- छठे दिन अंडा करी-चावल या फिर सिंपल दाल-चावल
- सातवें दिन आप पालक पनीर, घिया की सब्जी के साथ रोटी दे सकते हैं।
एक साल के बच्चों को कितनी बार खिलाना चाहिए
एक साल के बच्चों का डाइट प्लान बनाते समय ध्यान रखें कि दिनभर में कम से कम तीन बार मां का दूध या फॉर्म्यूला मिल्क देना अत्यंत आवश्यक है।
इसके अलावा दो बार स्नैक्स या लाइट मील ( हल्का भोजन) देना चाहिए और तीन बार खाना। कुल मिलाकर बच्चे को कम से कम पांच बार ठोस आहार और दो से तीन बार दूध पिलाना चाहिए। अगर आपको लगे कि बच्चा ठोस आहार नहीं ले रहा है तो आप दो बार के ठोस आहार को अमूमन ब्रेकफास्ट और लंच के बीच में और लंच और डिनर के बीच के खाने को बेबीफूड, स्मूदी, शेक, जूस आदि से बदल सकते हैं।