पति पत्नी से माँ बाप बन ने की यात्रा काफ़ी सुखद होती है। जितना एक होने वाली माँ आने वाले बच्चे के लिए उत्साहित होती है, उतना ही उस बच्चे के होने वाले पिता होते है। दोनो मिल कर अपने बच्चे को अच्छे से अच्छा पोषण देते है, शुरू से ही अपने बच्चे को अच्छी आदतें सिखाने की कोशिश करते है।
जैसे जैसे बच्चा बड़ा होने लगता है, उसका मानसिक विकास भी होने लगता है और बच्चा धीरे धीरे हर चीज़ को समझने की कोशिश करता है लेकिन अभी भी वो छोटे ही होते है और कई बातों को नहीं समझ पाते और काफ़ी बार बच्चे चिड़चिड़े हो जाते है। अपने अंदर हो रहे बदलावों को समझ पाना उनके लिए मुश्किल है इसीलिए कभी मूड बदल जाता है, बच्चे ज़िद करने लगते है।
आइए जानते है क्या हैं बच्चों की बुरी आदतें (List of Bad Habits for Kids) और उन्हें संभालने के तरीक़े
- बातचीत में टोकना
- बिना किसी वजह चिल्लाना
- दीवार पर लिखना/कलर करना
- मारना/सामान फेंकना
- अँगूठा चूसना
- दूसरों की प्लेट में से खाना
बच्चों की बुरी आदतें (Bad Habits for Kids) और उन्हें संभालने के तरीक़े: बातचीत में टोकना
कितनी बार आपने देखा होगा की जब माता पिता कुछ बात कर रहे है तो छोटे बच्चे बीच में टोकना शुरू कर देते है। ख़ुद पर ध्यान बटाने के लिए या ऐसे ही बात करने के लिए वो आपको बात नहीं करने देते। ऐसा वो जानबूझकर नहीं करते क्यूँकि अभी उन्हें इतनी समझ नहीं होती। पूरा दिन सबका आकर्षण केंद्र बने रहने में बच्ची को मज़ा आता है।
संभालने का तरीका (Breaking Bad Habits)
ऐसी परिस्थिति में आप उन्हें प्यार से समझाए की ऐसा करना अच्छी बात नहीं। एक दो बार मना करने पर वो ज़रूर समझेंगे।
बच्चों की बुरी आदतें (Bad Habits for Kids) और उन्हें संभालने के तरीक़े: बिना किसी वजह चिल्लाना
यह आदत हर बच्चे में होती है, घबराइए मत यह अस्थाई आदत है लेकिन फिर भी आपको काफ़ी परेशान कर सकती है। ऐसा ज़्यादातर दो साल के ऊपर के बच्चों में देखा गया है। जिस दौर से वो गुज़रा रहे है ऐसे में हमें उन्हें समझने की कोशिश करनी है। किसी बात पर अगर उन्हें ग़ुस्सा आ गया है या कोई चीज़ पसंद नहीं आइ तो उसे वो बताने में असमर्थ है इसीलिए कभी कभी चिल्ला कर अपनी उलझन को शांत करने को कोशिश करते है।
संभालने का तरीका (Breaking Bad Habits)
आपको ऐसे में उन पर ग़ुस्सा करने की बजाय उन्हें मना करना है की ऐसा ना करे या फिर उनका ध्यान कहीं और बँटा देना है।
बच्चों की बुरी आदतें (Bad Habits for Kids) और उन्हें संभालने के तरीक़े: दीवार पर लिखना/कलर करना
बच्चे ऐसा क्यू करते है यह कहना काफ़ी मुश्किल है लेकिन ज़्यादातर हर बच्चा ऐसा करता है। दीवारों पर लिखना अच्छी बात नहीं है ऐसे यह आपको उन्हें समझना होगा। उन्हें शुरू से ही किताब या कलरिंग बुक्स इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करे।
संभालने का तरीका (Breaking Bad Habits)
बच्चों को ज़िम्मेदारी लेना अच्छा लगता है तो अगर आप उन्हें यह कह कर समझाएँगीं की यह उनका घर है और उन्हें इसे साफ़ रखना है तो वो इसे एक ज़िम्मेदारी की तरह समझेंगे।
बच्चों की बुरी आदतें (Bad Habits for Kids) और उन्हें संभालने के तरीक़े: मारना/सामान फेंकना
बड़े होने की एक अवस्था यह भी आती है जब बच्चे अपने से बड़ों को मारना या घर का सामान फैलना शुरू कर देते है लेकिन नासमझी में। घर के किसी सदस्य को मारना या घर की चीज़ें, खिलौने आदि फेंकना एक बहुत बुरी आदत है और अगर इसे समय पर ना रोका जाए तो आगे चलकर बच्चों के लिए हानिकारक है। ऐसे बच्चों को मारने की आदत पड़ जाती है।
संभालने का तरीका (Breaking Bad Habits)
जितना जल्दी हो सकते बच्चों की यह आदत छुड़ाए, आप उन्हें किसी ऐक्टिविटी में व्यस्त रख सकती है या उनके साथ कुछ खेल सकती है। उन्हें शुरू से ही सबका सम्मान करना सिखाए जो की बहुत ज़रूरी है।
बच्चों की बुरी आदतें (Bad Habits for Kids)और उन्हें संभालने के तरीक़े: अँगूठा चूसना
जब बच्चे छोटे होते है तब वो कभी कभी ख़ुद को आराम देने के लिए अपनी उँगली या अँगूठा चूसने लग जाते है। यह तब होता है जब बच्चे दाँत निकालने की अवस्था से गुज़र रहे होते है। लेकिन आप यह ध्यान रखे की अगर अलका बच्चा बार बार ऐसा कर रहा है तो उसे रोकना बहुत ज़रूरी है।
संभालने का तरीका (Breaking Bad Habits)
कोशिश करे की जब भी आप उसे ऐसा करते देखे तो उसी समय उसे मना करे। अँगूठा चूसना आगे चलकर बच्चों के लिए कई समस्याएँ ला सकता है जैसे की बोलने में दिक्कत या दाँतों का हिलना। इसीलिए शुरू से ही अपने बच्चे की इस आदत का ध्यान रखे।
बच्चों की बुरी आदतें (Bad Habits for Kids) और उन्हें संभालने के तरीक़े: दूसरों की प्लेट में से खाना
घर के सभी सदस्य बच्चों को बहुत लाड़ प्यार देते है। इसी लाड़ प्यार में हम कितनी ही बार बच्चे को अपनी ही प्लेट में से खाना खिलाते है। खाकर की माएँ, अपने और अपने बच्चे के लिए एक ही थाली में खाना लेकर आती है यह जाने बिना की आगे चल कर यह आदत उन्हें परेशान कर सकती है। एक समय के बाद ऐसा करना ठीक नहीं है क्यूँकि इससे आपके बच्चे को लगेगा की अगर वो अपने माता पिता या घर के बाक़ी सदस्यों की प्लेट में से खा सकता है तो घाट आए किसी मेहमान की प्लेट में से भी खा सकता है जो की ग़लत है।
संभालने का तरीका (Breaking Bad Habits)
जब आपका बच्चा एक साल से ऊपर हो तब उसे अपनी प्लेट में खिलाना बंद कर दे। उसके लिए उसकी अलग प्लेट ले कर आए। आजकल बच्चों के लिए काफ़ी सुंदर और आकर्षक कार्टून वाली प्लेट्स मिलती है। आप भी ऐसी कोई प्लेट अपने बच्चे के लिए लाए और उसी प्लेट में उसे खाना परोसे। ऐसा करने से बच्चे को अपनी प्लेट में खाने का चाव रहेगा। धीरे धीरे उसे यह आदत हो जाएगी की उसे जो भी खाना है वो अपनी प्लेट से ही खाना है।
किसी ने कहा था की माता पिता बनना आसान काम नहीं है। यह बात काफ़ी हद तक सच है लेकिन अगर हम ख़ुद को आने वाले समय के लिए थोड़ा तैयार रखे तो अपनी सूज बूझ से हम अपना काम आसान कर सकते है।
बच्चे फूलों की तरह होते है और इन्हें सिर्फ़ प्यार से ही हर बात समझाई जा सकती है।