समस्या के समाधान से पहले हमें समस्या की जड़ तक पहुंचना होगा आखिर स्तनों का आकार बढ़ता क्यों है?
1-आनुवंशिक : हमारे जीन्स हमारे माता पिता के जीन्स पर निर्भर करते हैं । हमारे जीन्स एस्ट्रेजन हार्मोन पर प्रभाव डालते हैं जो कि ब्रेस्ट टिश्यू को बढाता या घटाता है ।
2- बढ़ती उम्र : उम्र बढ़ने के साथ स्तनों के आकार में बदलाव आने लगता है
स्तन के लिंगामेन्ट स्तन की पकड़ बनाये रखते हैं उम्र बढ़ने के साथ लिंगामेन्ट कमजोर होने से स्तन लटकने लगते हैं
3- ब्रेस्ट फीडिंग : स्तनपान कराने से भी स्तनों का आकार बड़ जाता है उचित देखभाल न करने पर ब्रेस्ट फीडिंग कराना छोडने पर स्तनों का आकार कम तो हो जाता है पर स्तन लटक जाते हैं।
4- गर्भनिरोधक दवा : इन दवाओं में एस्ट्रेजन व प्रोजेस्टेरान हार्मोन होने के कारण इन दवाओं के सेवन बंद करने से शरीर में एस्ट्रेजन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है फलस्वरूप ब्रेस्ट का आकार बड़ जाता है।
ब्रेस्ट का आकार कम करने के उपाय
- अलसी का बीजों का सेवन स्तन के आकार को कम करता है ।
- अच्छी क्वालिटी की ब्रा ब्रेस्ट को सपोर्ट करती है और ब्रेस्ट का आकार कम करती है
- सैर से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढता है जो वजन के साथ-साथ ब्रेस्ट के आकार को कम करता है।
- योगा एवं आसन करने स् शरीर का मेटाबॉलिज्म रेट बढता है कुछ खास आसन जैसे सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, पश्चिमोत्तर आसन ब्रेस्ट साइज को कम करते है । पुश अप, तैराकी करने से भी ब्रेस्ट की माँसपेशिया सुडौल होती है और फैट गलता है।मालिश का भी सुडौल वक्षस्थल में एक बड़ा योगदान है । गर्म नारियल के तेल या जैतून के तेल हल्के हाथों से गोलाकार मालिश करें ।
- ये मालिश दिन मैं दो बार करनी चाहिए तीन चार महीने में अंतर्निर्मित आने लगता है ।
- उचित आहार हमारी आवश्यकता है ।जो हमें भोजन के रूप में मिलती है ब्रेस्ट कम करने में भोजन भी योगदान होता है ।
भोजन हमारे मेटाबॉलिज्म पर प्रभाव डालता है । संतुलित एवं पोष्टिक भोजन लेना चाहिए । दिन में तीन बार खाना के बजाय दिन में छह सात बार कम मात्रा में भोजन लेना चाहिए ।
फलों एवं सब्जियों की मात्रा भोजन में बढा लेनी चाहिए । दिन में दो तीन तरह के फलों को खाने से मीठा या तला हुआ खाने की इच्छा कम होती है - सलाद को भोजन का अनिवार्य अंग बना लेने से पेट खाना खाने से पहले ही भरा हुआ लगता है।मछली में ओमेगा फैटी एसिड होता है जो ब्रेस्ट को कम करने में मददगार साबित हुआ है ।
- पानी शरीर के हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है दिन में सात -आठ गिलास पानी पीना चाहिए ।
मैदा युक्त, तला भुना , अधिक नमक का भोजन नहीं खाना चाहिए । स्टार्च यूक्त भोजन भी फैट बढाता है । - एल्कोहल एवं धूम्रपान शरीर में पानी की मा को बढाता है जिससे ब्लाटिंग की समस्या बढती है ।
- मासिक धर्म के समय तला हुआ नमक वाला भोजन न ले में नमक की अधिक मात्रा शरीर में एस्ट्रेजन के स्तर को बढ़ावा देती है जिसके कारण स्त्रियों में वाटर ब्लाटिंग की समस्या हो जाती है।
कुछ घरेलू उपाय अपना कर भी हम वक्षस्थल को सुडौल बना सकते हैं
- मेथी दाने को भिगो कर पीस लें और फिर इसे धीरे-धीरे गोलाकार तरीके से ब्रेस्ट पर लगा ले कुछ समय बाद धो दें ।
अदरक की चाय भी मेटाबॉलिज्म को बढाती है ।अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को पानी में उबालकर फिर इस पानी को चाय की तरह पी ले । - ग्रीन टी भी मेटाबॉलिज्म रेट को बढाती है जिससे ब्रेस्ट कम करने मे मदद मिलती है।
ग्रीन टी बनाने के लिये पानी को एक उबाल देकर एक छोटी चम्मच ग्रीन टी डाल कर रख दें पाॅच मिनट बाद छान कर पी ले
दिन में तीन बार खाने के बाद पीने से शरीर का मेटाबॉलिक रेट बढता है।
इनमें सबसे उपायों को अपनाकर निश्चित रूप से हर महिला अपने ब्रेस्ट को कम कर सकती है।
आवश्यकता है तो बस सकारात्मक विचारों के साथ अपने शरीर स्वस्थ को प्यार करने की थोड़ा सा समय और मेहनत की,
– स्वरचित एवं मौलिक
श्वेताम्बरी तिवारी
हरिद्वार उत्तराखंड