डिलीवरी के बाद किसी भी महिला के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वो किसी भी किस्म का तनाव ना ले, क्योंकि पिछले नौ महीने से गर्भावस्था के दौरान बहुत से हारमोनल उतार चढाव और शारीरिक चेंज से वो गुजरी होती है।
इसलिए सबसे पहले जरूरी है कि वर्तमान परिवर्तन को स्वीकार करें, और क्योंकि अब उसे एक बेबी का ओर ख्याल रखना है तो सबसे पहले अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करें, डाक्टर की सलाह के अनुसार पौष्टिक खाना, जरूरी दवाईंया ले, तथा मां और दादी द्वारा बनाये गये गोंद के लड्डू, अजवाइन का पानी, से भी परहेज ना करे, ये आपकी तेजी से रिकवरी में सहायक होंगें । हालांकि आजकल नईं बनने वाली मांए वजन बढने के डर से लड्डू खाना नही चाहती, तो इसका सबसे अच्छा तरीका यही है कि कम मात्रा में ले लिया जाए और अपनी शारिरिक रिकवरी पर ध्यान लगाया जाये…जो कि बहुत जरूरी है, ताकि बाद में समस्या ना हो..।
दूसरी जरूरी बात, चूंकि आपको बच्चे को दूध भी पिलाना है तो कैल्शियम की कमी ना हो इसलिए आपका दूध पीना भी अनिवार्य है, अपने भोजन में दूध और पनीर भी शामिल करें, मखाने कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत है.. इसलिए जब भी आपको हल्की भूख लगे तो स्नैक्स के रूप में आप मखाने खा सकती हैं…।
आपको लग रहा होगा कि मैं आपको वजन कम करने के उपाय बता रही हूं या बढाने के… तो चिंतित मत होईये… अब हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं ऊपर जो बात लिखी है वो डिलवरी के बाद रिकवरी के लिए जरुरी थी..।
जब आपको लगने लगे कि आप बेहतर महसूस कर रही हैं तो आप अपनी दिनचर्या को ऐसे व्यवस्थित करें कि आपका वजन बढे तो बिल्कुल नही और कम होने लगे..!
इसके लिए आप कुछ बातों का ध्यान रखें.
- तनाव ना लें, अतिरिक्त काम के लिए कोई सहायक रखें।
- अपने खाने को छोटे छोटे 6 मील में डिवाइड कर लें..तथा खाने में वो सभी चीजें शामिल करें जो पोषण की दृष्टि से रिच हों और लो कैलोरी हों!
- जैसे.. फल… खासकर सेब और पपीता, सलाद, दही, मोटे अनाज की रोटी, ओटस ,छिलके वाली दालें, हरी पत्तीदार सब्जियां, मूंग की दाल की खिचडी, इत्यादि…।
- रिफांइड तेल, चीनी और आलू से परहेज करें..।
- आप जो अजवाइन ले रही थी खाने में उसे अभी शामिल रखें, अभी ना छोडे, पाचन की दृष्टि से वो आपके लिए फायदेमंद होगी और अगर सुबह सबसे पहले एक छोटा गिलास अजवाइन का पानी आप उबाल कर पी लें तो आपका बढा हुआ पेट कम करने की ओर ये पहला कदम होगा..।
- मालिश जरूर करायें, बच्चे को साथ साथ अपनी भी, जिससे आपकी ढीली पडी मांसपेशियां तो टाइट होंगी हीं एक बेहतरीन एक्यूप्रेशर का काम भी करेगी मालिश..!
- अभी आप कोई भी भारी भरकम व्यायाम या जिम के बारे में ना सोचे., आधा घंटा या चालीस मिनट की सैर से शुरू करें, तेज तेज चलें…। और इससे भी पहले प्राणायाम और मेडिटेशन से शुरूआत करें, जिससे आप मानसिक रूप से मजबूत हो पायेंगी, नयी जिम्मेदारियों को स्वीकार करने के लिए, और रोज मर्रा में आने वाली नयी चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए क्योंकि अब आपके पास एक प्यारा सा नटखट बच्चा भी है जिसके साथ रोज ना रोज कुछ ना कुछ लगा ही रहता है ,और दूसरी बडी चुनौती आपको अपना वजन और फिगर पहले जैसा करना है, तो प्राणायाम, ध्यान, और नियमित सैर से शुरू किजीए…।
- खाना खाने के बाद आप कुछ देर वज्रासन में बैठ सकती हैं, जो आपके पाचन तंत्र को तो मजबूत करेगा ही करेगा, आपकी पेट की अतिरिक्त चर्बी को भी कम करेगा, इसको आप हर बार खाने के बाद कर सकती हैं..।
- अगर पेट की चर्बी लटक गयी है तो आप बेल्ट भी बांध सकती हैं जो बाजार में कईं तरह की आती हैं डाक्टर की सलाह से एक अच्छी बैल्ट चूज की जा सकती हैं, नही तो प्राकृतिक चिकित्सा में एक गरम पट्टी और ठंडी पट्टी पेट पर बांधने के लिए इस्तेमाल की जाती है, उसका प्रयोग भी किया जा सकता है, किसी प्राकृतिक चिकित्सक की सलाह से..।
- एक महीना सैर, प्राणायाम और ध्यान के बाद अब आप स्टरेचिंग एक्सरसाइज भी अपने रूटीन में शामिल करें, हल्की फुल्की स्पोट जॉगिंग और कार्डियों एक्सरसाइज भी की जा सकती है, । एक्सरसाइज में आपका ध्यान बना रहे, उसके लिए आप बच्चे को भी अपने पास ही मैट पर लिटा लें और हो सके तो कुछ उसके साथ भी हसे खेलें …।
- एक नजर बराबर अपनी डाइट पर भी बनाकर रखें, ज्यादा तला भुना एकदम बंद कर दें, मैदा, चावल, आलू, चीनी एकदम बंद कर दे..।और बच्चे को स्तनपान जरूर करायें, उससे भी वजन नियंत्रित रहता है और बच्चा स्वस्थ.. ।
- इतना सब कुछ मैनेज करने के लिए अच्छी नींद की बहुत जरूरत होती हैं जो कि मांए बच्चे के रात को जागने की वजह से नही ले पाती, इसलिए आप बच्चे के सोने जागने की दिनचर्या को नोट करें और अपनी दिनचर्या भी एकोरडिंगली सेट करें, आप भी तभी सो जाइये, जब बच्चा सो रहा हो क्योंकि नींद पूरी नही होगी तो आप कुछ भी सही से नही कर पायेंगी..।
- और सबसे जरूरी चीज, खूब पानी पीयें.. डिहाइड्रेशन नही होने दें.. पानी जल्दी जल्दी कभी ना पीयें ,बैठकर आराम से पीयें ,धीरे धीरे..।
- अपने खाने में विटामिन सी भी शामिल करें, इसके लिए आप एक गिलास नींबू शहद का पानी भी पी सकती हैं, संतरे या मौसमी का जूस भी, ये आपके शरीर में स्फूर्ति रखेगा और प्रतिरोधक क्षमता को भी बढायेगा..।
- लंच और डिनर के पांच मिनट बाद आप एक कप ग्रीन टी लें, ये वजन बढने नही देती और कोशिश करें कि डिनर जल्दी हो, देर रात कुछ ना खायें ..।
- उपरोक्त जो सुझाव हैं सब व्यवाहारिक और अनुभवगत हैं जो आपकी सेहत पर बिना कोई फर्क डाले आपका वजन कम करने में सहायक होंगें और आपको आपकी पुरानी फिगर में भी लौटा लायेंगें…।
डिलवरी के बाद वजन कम करना धैर्य का काम है इसमें आपको छ: माह से लेकर साल भर तक का समय लग सकता है, इसलिए जल्दबाजी के चक्कर में डायटिंग ना करें… याद रखिए, अब आप एक मां भी हैं और बच्चे को स्वस्थ रखना भी आपका ही काम है..। फिट रहिए.. स्वस्थ रहिए..।