गर्भावस्था में फोलिक एसिड के फायदे

[vc_row][vc_column][vc_column_text]माँ बनना दुनिया के सबसे सुखद अनुभवों में से एक है। जिस दिन किसी महिला को अपने प्रेग्नेंट होने का पता चलता है,उसी दिन से उसका जीवन एक नया मोड़ ले लेता। माँ और शिशु की सेहत का ध्यान रखते हुए डॉक्टर बहुत से सप्लीमेंट सजेस्ट करता है। उन्ही में एक बहुत जरूरी सप्लीमेंट होता है ‘फोलिक एसिड’। हर माँ के मन मे ये प्रश्न जरूर उठता है की गर्भावस्था की शुरुआत में ही डॉक्टर ये दवाइया क्यो दे रहा है? क्या इन्हें लेना जरूरी है? नही लेने से क्या होगा?
तो आइए जानते है फोलिक एसिड है क्या और क्यो इसकी गर्भावस्था में इतनी जरूरत होती है।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”फोलिक एसिड होता क्या हैं?” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]फोलिक एसिड एक प्रकार का विटामिन बी होता है जिसे फॉलेट भी कहते है। ये न केवल नई बॉडी सेल्स का निर्माण करता है बल्कि पूरे शरीर मे ऑक्सीजन लेकर जाने की उत्तरदायी रेड ब्लड सेल्स का भी निर्माण करता है। ब्रेन,स्पाइन,और नर्वस सिस्टम में पाए जाने वाले फ्लूइड के लिए ये बहुत जरूरी है। ये खतरनाक हानिकारक तत्व होमीसिस्टीन से बचाव करता है।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”फोलिक एसिड की कमी के लक्षण” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]
  • सर में दर्द
  • घबराहट
  • चिड़चिड़ापन
  • एनीमिया
  • भूख की कमी
  • जरा से काम मे थकान महसूस होना
  • जीभ में दर्द
  • नींद आने में दिक्कत होना
[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”फोलिक एसिड अगर ज्यादा हो जाए तो” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]केवल कमी ही नही फोलिक एसिड की ज्यादा मात्रा भी नुकसान देह होती है। ये है कुछ लक्षण जब फोलेट की मात्रा शरीर मे बढ़ जाए।

  • सांस सम्बन्धी परेशानी
  • बुखार
  • खुजली और दाने होना
  • गैस और अपच होना
  • अजन्मे शिशु को मोटापे,आटिज्म और इन्सुलिन प्रतिरोध का जोखिम बढ़ जाता है।
[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”फोलिक एसिड के फायदे” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]अगर आप माँ बनने के बारे में सोच रही है तो गर्भधारण से पहले फोलिक एसिड से भरपूर आहार का सेवन करिए। फोलिक एसिड एग प्रोडक्शन को बढ़ाकर गर्भधारण की सम्भावना को बढ़ा देता है। शोध बताते हैं कि फोलिक एसिड की कमी ना केवल गर्भधारण करने में दिक्कते करती है बल्कि गर्भपात या समयपूर्व डिलीवरी के लिए भी उत्तरदायी होती है।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”गर्भावस्था के समय फोलिक एसिड” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]फोलिक एसिड सप्लीमेंट ऑक्सीजन ले जाने वाली रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाता है जिससे पूरे शरीर मे ऑक्सीजन प्रचुर मात्रा में जाती है। गर्भवती तथा भ्रूण को सम्पूर्ण पोषण मिलता है और गर्भपात की सम्भावना कम हो जाती है। फोलिक एसिड न्यूरल ट्यूब की रक्षा कर भ्रूण का विकास करता है और शिशु को जन्मजात बीमारियों जैसे स्पिना बिफिडा से बचाता है। स्पिना बिफिडा में शिशु के रीढ़ की हड्डी के चारो और सुरक्षा परत नही बन पाती और बच्चे को रीढ़ की हड्डी से जुड़ी परेशानियां होती है। साथ ही फोलिक एसिड की कमी से भ्रूण का दिमागी विकास भी नही होता और अनेंसफली (anencephaly) नामक बीमारी हो सकती है। इस बीमारी वाले बच्चे ज्यादा समय जीवित नही रहते। फॉलेट की कमी शिशु का वजन भी नही बढ़ने देती। Premature डिलीवरी का खतरा कम हो जाता है,माँ और बच्चे को एनीमिया नही होता। माँ को दिल की बीमारी,अल्जाइमर और कैंसर जैसी बीमारियों से दूर रखता है। शिशु को कटे तालु और कटी जीभ की परेशानी से दूर रखता है। प्लेसेंटा के विकास में मदद करता है।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”फोलिक एसिड कितना ले” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]इसकी सही मात्रा डॉक्टर आपकी जाँच करके सही से बता सकता है। सामान्तया शुरुआती 12 सप्ताह में 400माइक्रोग्राम। गर्भावस्था की स्टेज में 600 माइक्रोग्राम। जुड़वां बच्चो की स्थिति में 1000 माइक्रोग्राम की सलाह डॉक्टर देते है।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”भोजन में फोलिक एसिड कैसे ले?” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]पालक(एक कप पालक में लगभग 30gm), ब्रोकली, शलगम, सरसो, भिंडी, मूली के पत्ते, मक्का ये सब एंटीऑक्सीडेंट और फोलिक एसिड से भरपूर चीज़े है। एक कप टमाटर के गूदे में 149gm फोलिक एसिड होता है।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”इन्हें अपने आहार में जरूर शामिल करें” font_container=”tag:h2|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]
  • दिन में अंगूर और केले(एक कप पिसे केले 225 gm)में का सेवन करे,संतरे का जूस पिए।
  • साबुत अनाज जैसे दलिया और ओट्स का सेवन करे।
  • अंडा अंकुरित अनाज खाए।
  • अजमोद, शतावरी, बीन्स और फलियों में काले सेम,राजमा,किडनी बीन्स।
  • फूल गोभी, स्ट्रॉबेरी, नट्स भी फोलिक एसिड युक्त होते है।
  • सोया उत्पाद, चुकंदर
  • कुछ मछलियों जैसे मेकरल और सालमन में भी फोलिक एसिड पाया जाता है।
  • सोयाबीन के एक कप में 185-256gm फोलिक एसिड पाया जाता है।सोयाबीन का सेवन शरीर मे खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।
  • अलग अलग तरीके के बीज भी फोलिक एसिड के अच्छे स्त्रोत है।
  • जैसे एक कप सनफ्लॉवर सीड में 46gm,एक कप फ्लैक्स सीड में 168gm फोलिक एसिड होता है।
  • दालों में भी फोलिक एसिड मिलता है जो लोग मांसाहार नही खाते उनके लिए मसूर की दाल अति उत्तम है।
  • एक कप मसूर की दाल में 192 gm फोलिक एसिड मिलता है।

फोलिक एसिड से युक्त पदार्थो को ज्यादा ना पकाए क्योंकि ये बहुत ही कोमल विटामिन होता है। चाहे आप माँ बनने की चाह रखती हो या गर्भावस्था से गुजर रही हो अपने और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए फोलिक एसिड को अनदेखा ना करे।[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]

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