गर्भावस्था के दौरान केसर बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। केसर एक महंगा पदार्थ है। इसलिए इसमें मिलावट होने की संभावना भवरवा रहती है। गर्भावस्था में केसर का प्रयोग करने से पहले यह जांच लेगी केसर शुद्ध हो। मिलावटी केसर का प्रयोग करने से गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं केसर का प्रयोग किस प्रकार करना चाहिए –
pregnancy me kesar ka use in hindi
भिगोकर
केसर के 5 से 7 देशों को दूध या पानी में आधे घंटे के लिए भिगो दें। भिगोने से केसर का रंग और उसका स्वाद पानी या दूध में आ जाता है और इस पानी को किसी भी डिश जैसी पुलाव या खीर में मिलाकर सेवन किया जा सकता है। यदि दूध में मिला रही है तो दूध को ऐसे ही पिया जा सकता है ।
केसर का दूध
गर्भावस्था में शिशु के विकास के लिए कैल्शियम अत्यधिक आवश्यक होता है और गर्भवती महिला को कैल्शियम की पूर्ति के लिए दूध का सेवन करना चाहिए। एक ग्लास दूध में केसर के कुछ रेशे डाल कर उसे उबाल लेना चाहिए ।
उस दूध को पीने से बहुत लाभ होता है, यदि आप चाहें तो इस दूध में बादाम का पाउडर या बादाम का पेस्ट भी मिला सकती हैं जिससे दूध और भी ज्यादा फायदमंद हो जाता है ।
पुलाव या सूप के साथ
किसी भी डिश जैसे पुलाव या बिरयानी को सजाने के लिए केसर के रेशों का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा बिरयानी में केसर की दूध का प्रयोग भी किया जाता है जो पुलाव बिरयानी को एक अच्छी खुशबू देने के साथ साथ पौष्टिक भी बनाता है । इसके अलावा टमाटर सूप अथवा वेजिटेबल सूप में केसर के कुछ रेशे डाल कर सेवन किया जा सकता है ।
सलाद की गार्निशिंग के रूप में
सलाद बनाते समय के कुछ लक्षण को तोड़कर सलाद के ऊपर गार्निशिंग करके प्रयोग किया जा सकता है ।
मिठाइयों एवं रबड़ी के साथ
विभिन्न प्रकार की मिठाइयों तथा रबड़ी के अंदर केसर के रेशे मिलाकर उनका सेवन किया जा सकता है ।
इस प्रकार विभिन्न तरीकों से लेकर का प्रयोग किया जा सकता है । वैसे तो केसर का प्रयोग गर्भवती के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। परंतु किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक होता है। अतः केसर के प्रयोग से पहले डॉक्टर की सलाह लेकर ही निश्चित मात्रा में इसका सेवन किया जाना चाहिए ।