किसी भी स्त्री के लिए मां बनना सुखद एहसास है, गर्भ धारण के समय ही एक औरत खुद को मां मान लेती हैं और आने वाली सन्तान से उसका जुड़ाव शुरू हो जाता है, लेकिन कभी कभी उनको गर्भपात जैसी अनहोनी का सामना करना पड़ता है। गर्भपात कोई आम बात नहीं,इसके कारण न एक औरत अपना बच्चा खोती है अपितु, उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका सीधा असर पड़ता है। कई बार उचित देखभाल और मानसिक संबल के अभाव में वह डिप्रेशन में चली जाती है। डिप्रेशन के कारण उनके शरीर पर काफी बुरा असर पड़ता है जो कि जानलेवा भी हो सकता है। आज के इस लेख में हम जानेंगे गर्भपात के बाद सावधानी क्यों जरूरी है और गर्भपात के बाद क्या करें?
गर्भपात होने के कारण
- शरीर में बदलते हार्मोन्स
- शारिरिक व्याधियां जैसे डायबिटीज ,पीसीओडी थाइराइड
- अधिक दवाओं का सेवन
- गिरने या चोट लगने से, वजन उठाने
- किसी तरह का तनाव
- अधिक उम्र होना
- इलाज का अभाव
- अंदरूनी इन्फेक्शन
- पोषण की कमी
- अनुचित व्यायाम करना,असुरक्षित यौन क्रिया
- खून की कमी
- अधिक गर्म पदार्थों का सेवन
गर्भपात के बाद सावधानी
संक्रमण का खतरा
- सबसे पहले गर्भपात के समय तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए, क्योंकि कई बार गर्भपात के समय अधिक रक्तस्राव हो सकता है जो मृत्यु का कारण बन सकता है
- गर्भपात के बाद गर्भाशय पूरी तरह साफ़ हो जाये ये सुनिश्चित करना ज़रूरी है अन्यथा ये गर्भाशय के संक्रमण का खतरा बना रहता है।
- गर्भपात होने के बाद महिला को 15 से 30 दिन तक पूरा आराम करना चाहिए, इस दौरान शरीर बहुत सारी समस्याओं को झेल रहा होता है तो उसके पूरी तरह से स्वस्थ होने के लिए अच्छा खान पान और आराम बेहद जरूरी है।
- यदि अधिक बुखार , चक्कर आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द ,कमर दर्द की शिकायत हो सकती है लेकिन तकलीफ ज्यादा बढ़ जाए तो डॉक्टर से जाँच करवाए।
- यदि प्रेग्नेंसी प्रतिक्रियाएं महसूस हो जैसे- मतली, ब्लीडिंग, सूजन आदि हो तो डॉक्टर से सलाह लें। यह किसी तरह का इन्फेक्शन हो सकता है।
- एक बार गर्भपात के बाद अगले गर्भधारण के समय डॉक्टर से सलाह करें अन्यथा दोबारा गर्भपात के सामना करना पड़ सकता है।
गर्भपात के बाद सावधानी पर ध्यान दें, जिससे आने वाले भविष्य में कोई समस्या न हो। - गर्भपात के बाद पहले पाँच दिनों के लिए, अपने शरीर के तापमान की जांच करें। ज़रूरी हो तो डॉक्टर के पास जाएं क्योंकि बुखार शरीर में इन्फेक्शन का संकेत है।
साफ-सफाई का ध्यान
साफ-सफाई का ध्यान रखें के बाद आपको ब्लीडिंग होगी। इसके लिए टैम्पोन के बजाय सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करें। बारबार चेंज करें।
स्वस्थ आहार
- स्वस्थ आहार लें, सुनिश्चित करें कि आप प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, वसा, आवश्यक विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार खाएं। आपके शरीर को अपने आहार में अंडे, पनीर, रेड मीट, पोल्ट्री, नारियल तेल, मक्खन साबुत फल और सब्जियां शामिल करें। कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, सूखे मेवे, सोया और हरी सब्जियां आदि लेना भी महत्वपूर्ण है।
- प्रतिदिन कम से कम आठ गिलास पानी पिएं ताकि आप हाइड्रेटेड रहें। आप फलों के जूस, चाय, और गर्म सूप भी ले सकती हैं।
रेगुलर चेकअप
- कुछ सप्ताह के लिए संभोग से दूर रहें के बाद पहले दो हफ्तों में संभोग करने से बचें क्योंकि आपका शरीर अभी ठीक हो रहा होगा। अपने डॉक्टर से इस बारे में पूछें कि कब दूसरे बच्चे के लिए प्रयास किया जा सकता है।
- रेगुलर चेकअप के लिए जाएं, अपने के बाद नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं ताकि किसी भी तरह के यौन संचारित रोग , बैक्टीरियल इन्फेक्शन या सेहत से जुड़ी समस्याओं को होने से रोका जा सके, जो भविष्य पुनः गर्भधारण को प्रभावित कर सकते हों।
तनाव
- गर्भ को नुकसान पहुचाने वाले सभी कारणों (जैसे ओवेरियन सिस्ट, धूम्रपान, तनाव, जिसके कारण गर्भ को नुकसान हुआ उन्हें छोड़े।
- गर्भपात के बाद, आपके हार्मोन स्थिर नहीं होंगे और उन्हें सामान्य होने में कुछ समय लगेगा। हार्मोन में उतार-चढ़ाव आपको चिड़चिड़ा और मूडी बना देंगे। इसलिए दूसरी बातों में ध्यान लगाने की कोशिश करें।
- अपने दुःख को दबाकर न रखें, अपने करीबियों से बात करें। जैसेआपके दोस्त, परिवार, या डॉक्टर। अपने साथी से भी बात करना याद रखें। उन्होंने भी अपने बच्चे को खो दिया है। बात करने से आप दोनों को इससे उबरने में और आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
- डिप्रेशन के गंभीर मामलों से बचने के लिए आपको के बाद भावनात्मक उपचार के लिए डिप्रेशन से बाहर आने का प्रयास करना चाहिए।
- गर्भपात के बाद आपके शरीर को पूरी तरह से ठीक होने में कुछ दिनों से लेकर कई महीनों तक का समय लग सकता है। योनि से ब्लीडिंग एक से दो सप्ताह तक रह सकती है और पेट में दो दिनों तक दर्द हो सकता है।
एक्सरसाइज करें
शारीरिक एक्टिविटीज से एंडोर्फिन निकलता है जो तनाव को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है।आप सैर करने या योग करने से शुरुआत कर सकती हैं। धीरे-धीरे आप एक्सरसाइज बढ़ा सकती हैं, लेकिन केवल डॉक्टर से परामर्श करने के बाद।
नियमित रूप से व्यायाम करें और अपना वजन एकसमान बनाए रखें।
डॉक्टर से परामर्श
- जब तक आप कम से कम एक मासिक धर्म चक्र को पूरा न कर लें, तब तक गर्भधारण करने की कोशिश न करें। यदि आप फिर से गर्भवती हो जाती हैं, तो शराब या सिगरेट से दूर रहें। इसके अलावा, अपने कैफीन के सेवन को भी सीमित करें।
- अपने डॉक्टर से परामर्श करें और हर दिन प्रीनेटल विटामिन और फोलिक एसिड की खुराक लें।
- किसी भी असामान्य योनि डिस्चार्ज पर नजर रखें।
- आपको किसी भी कड़ी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। आप कुछ हफ्तों में अपने रूटीन में वापस आ सकती हैं, लेकिन आपको अपने शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली किसी भी चीज से बचना चाहिए।
गर्भपात केवल एक मेडिकल इमरजेंसी हैजो किसी को भी हो सकतीहै। बच्चा खोना सबसे बुरी चीजों में से एक है जो एक महिला अनुभव कर सकती है। लेकिन मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होने से आप जल्द ही इस दुःख से बाहर आ जाएंगी और जितनी जल्दी आप बेहतर होंगी ।
गर्भपात के बाद पेट में दर्द क्यों होता है?
गर्भपात के बाद महिलाओं के गर्भाशय के आकार में वृद्धि हो जाती है । जब बढ़ा हुआ गर्भाशय धीरे-धीरे अपने ओरिजिनल शेप में आता है तो महिलाओं को थोड़ा दर्द हो सकता है । गर्भपात के बाद महिलाओं के गर्भाशय में थक्के बनते हैं जो पेट में दर्द की समस्या को जन्म देते हैं।
गर्भपात के बाद क्या सावधानी रखनी चाहिए?
गर्भपात के बाद जितना हो सके तरल पेय पदार्थ लेंना चाहिए। कम से कम 3 हफ़्तों तक भारी वजन उठाने से बचना चाहिऐ। डॉक्टर के द्वारा बताये गए दवाईयो का सेवन करें। गर्भपात से 2 हफ़्तों तक व्यायाम करने से बचें। गर्म पानी से नहाने या स्पा आदि में जाने से बचें कुछ दिनों तक, ताकि गर्भाशय के अन्दर किसी तरह के संक्रमण होने खतरा न हो सके। गर्भपात के 2 से 4 हफ़्तों तक सेक्स करने से बचें।
गर्भपात के बाद क्या करना चाहिए?
गर्भपात के बाद ब्लीडिंग बहुत होती है इसलिए इस दौरान महिलाओं को आयरन युक्त आहार लेना चाहिए। ब्लीडिंग के कारण शरीर में आयरन की कमी हो जाती है जिससे एनीमिया हो सकता है। मिसकैरेज के बाद थकान और कमजोरी महसूस होना आम बात है। गर्भपात के बाद बींस, हरी पत्तेदार सब्जियों, किशमिश, दालें, कद्दू के बीज, सोयाबीन, ब्राउन राइस और डार्क चॉकलेट का सेवन करना चाहिए ये आयरन से भरपूर होती है।