जब किसी महिला को निप्पल को दबाने पर या बिना दबाये ही दूध निकलता है उसे निप्पल डिस्चार्ज कहते है। यह समस्या एक या दोनो स्तनो मे समान रूप से हो सकती है। गर्भावस्था और प्रसव के दौरान स्तन से दूध निकालना सामान्य प्रक्रिया होती है लेकिन गर्भावस्था और प्रसव की बिना दूध का निकलना चिंता की बात हो सकती है। अक्सर कुछ महिलाओं में यह समस्या देखने को मिलती है। ज्यादातर ऐसी समस्याएं मेनोपॉज के बाद होती है। वैसे ऐसी कोई बीमारी नहीं है लेकिन यह किसी समस्या के संकेत जरूर हो सकते है सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुष व नवजात शिशु को भी यह समस्या हो सकती है। डॉक्टर की भाषा मे इस समस्या को गेलेक्टोरिया कहते है।
गेलेक्टोरिया क्या है?
गेलेक्टोरिया के लक्षण
गेलेक्टोरिया का सबसे बड़ा संकेत गर्भावस्था के बिना दूध निकलना ही है इसके अलावा और भी लक्षण दिखाई देते हैं।
- ब्रेस्ट टिशु का बढ़ जाना
- पीरियड टाइम पर ना आना
- बाल तेजी से झड़ना
- संबंध बनाने में अरुचि
- मुहासे होना
- जी घबराना
- सिर दर्द
- देखने में दिक्कत
गेलेक्टोरिया के कारण
गेलेक्टोरिया होने के कई कारण हो सकते है जैसे कि हार्मोनल गड़बड़ी, किसी दवा का साइड इफेक्ट या अन्य फिजिकल प्रॉब्लम्स। अन्य कारण स्तनों में दूध बनने का कारण प्रोलैक्टिन नामक हार्मोन होता है इस हार्मोन की गड़बड़ी का कारण कोई दवा, ट्यूमर, निप्पल से अधिक छेड़छाड़ भी हो सकते हैं।
वहीं कुछ चिकित्सीय कारण भी हो सकते हैं जैसे-
- थायराइड किडनी या लीवर की समस्या
- लंबे समय से स्ट्रेस में रहना
- हाइपोथैलेमस की बीमारी
- ट्यूमर
- स्तन टिशू को नुकसान
- एस्ट्रोजन हार्मोन का अधिक स्तर
- संबंधों के दौरान ब्रेस्ट से ज्यादा छेड़छाड़
गेलेक्टोरिया टेस्ट
इस बीमारी के सही कारण जानने के लिए कुछ टेस्ट करवाने की जरूरत पड़ती है जैसे
- हार्मोनल टेस्ट
- प्रेगनेंसी टेस्ट
- ब्रेस्ट टिशु की जांच के लिए मैमोग्राम या सोनोग्राफी
- दिमाग की जांच के लिए m.r.i
ध्यान योग्य बाते
गर्भावस्था के बिना दूध के निकलने का कारण पता होने पर ही आप सही इलाज शुरू कर सकते हैं लेकिन साथ में कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं जैसे-
- टाइट कपड़े ,टाइट ब्रा पहनने से बचें कभी कभी गलत साइज का ब्रा पहनने से एसी समस्या हो
- सकती है। जिसके कारण निप्पल पर रगड़ लगती है।
- स्तनो से ज्यादा छेड़छाड़ करने से बचें।
- तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें।
- अगर प्रॉब्लम हार्मोन गड़बड़ी है तो इसे दवाइयों से ठीक किया जा सकता है।
और हां अगर स्तनों में सफेद दूध की बजाय चिपचिपा तरल द्रव,पीला, रक्त मिला कुछ मटमैला द्रव निकले तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है।