गर्भावस्था में ब्लीडिंग होने के कारण,लक्षण और बचाव-Pregnancy Me Blood Aana In Hindi

[vc_row][vc_column][vc_column_text]सामान्य दिनों में भी महिलाओं को अक्सर योनी से ब्लीडिंग होती है और यह कई दफा मासिक धर्म के दौरान होती है लेकिन गर्भावस्था के दौरान योनी से ब्लीडिंग होना खतरनाक साबित हो सकता है । गर्भावस्था में पहले तीन महीने में योनी से ब्लीडिंग होना आम समस्या है लेकिन उसके बाद ब्लीडिंग होना गंभीर समस्या पैदा कर सकता है । गर्भावस्था में ब्लीडिंग होने पर महिलाएं बहुत चिंतित रहती है और उन्हें कई तरह के डर सताने लगते है । ऐसे में आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की गर्भावस्था के दौरान योनी से ब्लीडिंग होने के कारण और लक्षण क्या है तथा इससे कैसे बचा जा सकता है ।

गर्भावस्था में योनी से ब्लीडिंग होने के लक्षण-Garbhavastha Me Bleeding

गर्भावस्था के दौरान योनी से ब्लीडिंग होने के कारण-Pregnancy Me Bleeding Hoti Hai Kya

भ्रूण प्रत्यारोपित

प्रेगनेंसी की शुरुआत में जब भ्रूण गर्भाशय की दीवार से जुड़ता है तो उस समय महिलाओं को 6 से 12 दिनों तक ब्लीडिंग होती है ।

गर्भपात

किसी वजह से अगर गर्भपात हो जाता है तो भी योनी से ब्लीडिंग होने लगती है ।

योनी में संक्रमण होने पर

गर्भवती महिलाओं की योनी में अगर किसी तरह का संक्रमण हो गया है तो इस वजह से भी ब्लीडिंग हो सकती है ।

सेक्स करने से

कई बार गर्भावस्था में सेक्स करने से भी दर्द के कारण योनी से ब्लीडिंग हो सकती है ।

गर्भाशय के फटने से

गर्भावस्था के दूसरी तिमाही में गर्भाशय के फटने से बच्चा पेट की तरफ खिसक जाता है जो की बहुत गंभीर स्थिति पैदा कर देता है और इससे ब्लीडिंग हो सकती है ।

हार्मोन्स में बदलाव

जो हार्मोन पीरियड्स को कण्ट्रोल करते है, गर्भावस्था के दौरान उनमे बदलाव आने पर ब्लीडिंग हो सकती है ।  

इन वजहों से भी हो सकती है योनी में ब्लीडिंग

  • गलत तरीके से सेक्स करने से
  • गलत दवाओं के प्रयोग से
  • शारीरिक चोट लगने से
  • मूत्र मार्ग में संक्रमण होने से
  • मानसिक तनाव की वजह से
  • भारी सामान उठाने से

गर्भावस्था के दौरान ब्लीडिंग रोकने के उपाय

  • ज्यादा से ज्यादा आराम कीजिये
  • किसी भी तरह का मानसिक तनाव ना ले
  • ज्यादा भारी सामान ना उठायें
  • सेक्स से थोड़ी दुरी बनाये रखें
  • जिस काम में ताकत लगे ऐसा काम ना करें
  • ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें
  • पौष्टिक चीजें खाएं
  • डॉक्टर से सम्पर्क करें और उचित सलाह लेकर इलाज करवाएं
  • जरुरी जांचे करवाएं और खुद का ख्याल रखें
  • बिना डॉक्टर को बताएं कोई दवा ना ले
  • खान-पान का पूरी तरह से ख्याल रखें क्योंकि गर्भावस्था के दौरान बहुत सी चीजों की मनाही होती है
  • टेम्पान का इस्तेमाल करें
  • शरीर में किसी भी तरह की समस्या दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें
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