प्रेग्नेंट ना होने 2 तरीके होते है[/vc_column_text][vc_column_text]
- प्राकृतिक तरीका
- अप्राकृतिक तरीका
सेक्स के तुरन्त बाद खड़ी हो जाए, बाथरूम में योनि को भली प्रकार पानी से अंदर तक साफ करें और किसी गर्म चीज़ का सेवन करे।[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”2- कैलेंडर उपाय” font_container=”tag:h3|text_align:left|color:%234082c6″][vc_column_text]
- अपनी माहवारी के अनुसार ओवुलेशन के दिनों में
- सेक्स करने से बचे
- यदि आपकी माहवारी निश्चित समय पर नही होती तो कम से कम 10 महीने तक माहवारी पर नजर रखे।
- सबसे लंबी अवधि की माहवारी से 11 दिन और सबसे छोटी अवधि की माहवारी से 18 दिन घटा ले।
- जो दिन बचे वो गर्भ धारण के लिए सबसे अनुकूल होते है।
- ऐसे में उस समय सेक्स सम्बन्धो से परहेज करें।
- सुबह उठकर बिना कुल्ला किये 2 लौंग चबा कर खाएं। ये तरीका आप सेक्स के तुरन्त बाद भी अपना सकती है। ऐसा करने से गर्भ नही ठहरता।
- सम्भोग के बाद 2 से 3 दिन तक कच्चा पपीता खाए इसमे पाया जाने वाला पेपैन तत्व जो प्रोजेस्ट्रोन के उत्पादन को रोक देता है और बिना प्रोजेस्ट्रोन के प्रेग्नेंसी नही हो सकती।
- साबुत सेंधा नमक का टुकड़ा लेकर तिल के तेल में डुबो ले। सेक्स से पहले और सेक्स के बाद भी इस टुकड़े को योनि में घुमाए जिससे तेल भली प्रकार पूरी योनि में लग जाए। इस प्रकार करने से स्पर्म गर्भाशय तक नही पहुँच पाता और पहले ही नष्ट हो जाता है।
- गुड़हल का फूल ले, उसे सुखाकर पाउडर बना ले माहवारी के समय इस पाउडर का इस्तेमाल करे। यदि आसपास गुड़हल का फूल ना हो तो ऑनलाइन गुड़हल का ड्राइड फूल मिलता है आप मंगा सकते है। ताजे फूलों का पेस्ट बनाकर भी प्रयोग में लाया जा सकता है।
- माहवारी समाप्त होने के 3 से 4 दिन तक लहसुन की साबुत कली छीलकर पानी से निगल ले। ऐसा करने से गर्भ नही ठहरेगा।
- पीरियड समाप्त होने के बाद लगभग 4 दिन तक तुलसी के पत्ते और गेरू को मिलाकर ठंडे पानी से सेवन करने से स्थायी बांझपन आ जाता है। ये सभी घरेलू तरीके पूरी तरह गर्भधारण से बचाव नही करते लेकिन कोई और समाधान ना होने पर इन्हें प्रयोग किया जा सकता है।