गर्भावस्था में गैस का उपचार-Pregnancy Me Gas Ki Problem In Hindi

वर्तमान समय में गलत लाइफस्टाइल और अनियमित दिनचर्या के कारण गैस की समस्या होना आम बात हो गई है । सामान्यतः गैस की समस्या होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अत्यधिक भोजन करना, पेट में अम्ल का निर्माण होना ठीक से भोजन ना करना, अधिक शराब पीना, मानसिक चिंता आदि। परंतु यदि गर्भावस्था के दौरान गैस की समस्या हो तो तकलीफ और बढ़ जाती है।

गर्भावस्था के दौरान गैस अधिक बनती है कुछ महिलाओं के लिए यह पेट फूलने जैसी महसूस होती है जिसे अपच कहा जाता है हालांकि अधिकांशत मामलों में इसका मतलब गैस होना ही होता है।

गर्भावस्था के दौरान गैस की समस्या-Pregnancy Me Gas Ki Problem In Hindi

आइए जानते हैं की गर्भावस्था के दौरान गैस की समस्या होने के क्या कारण हो सकते हैं।

शरीर में बदलाव

  • प्रेगनेंसी के पहले 3 महीने में शरीर में कई सारे बदलाव आते हैं,खासकर शरीर का हार्मोनल संतुलन प्रभावित होता है । प्रोजेस्ट्रॉन और एस्ट्रोजन हार्मोन तेजी से बढ़ता है जिसके कारण युट्राइन लाइनिंग मोटी हो जाती है। एस्ट्रोजन के बढ़ने के कारण शरीर में पानी और गैस की मात्रा ज्यादा बनती है और उसी कर कारण असहजता और पेट में दर्द महसूस होता है।
  •  प्रेगनेंसी के अगले 6 महीनों में मॉर्निंग सिकनेस और थकान जैसे लक्षण कम हो जाते हैं और गर्भाशय विकसित हो रहे भ्रूण के लिए जगह बनाने लगता है जिसके कारण गर्भाशय के आसपास के अंगों पर दबाव पड़ने लगता है और इसी कारण समय में कब्ज और ज्यादा गैस बनने की समस्या पाचन तंत्र में होने लगती है ।
  •  प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है , यह हार्मोन गैस्ट्रोइंटेस्टाइन मार्ग की मांसपेशियों को आराम पहुंचाने का काम करता है । गर्भावस्था के दौरान यह मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं इस कारण खाना धीमी गति से पाचन तंत्र की ओर जाता है ।पाचन तंत्र धीमा पड़ने पर पेट में गैस अधिक बनने लगती है और इसी कारण डकार आने , गैस पास होने और पेट फूलने की समस्या हो जाती है।

भोजन के प्रति अरुचि

पर्याप्त मात्रा में भोजन ना करने के कारण भी गैस की समस्या हो सकती है। कई महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान भोजन के प्रति अरुचि देखी जाती है। पर्याप्त मात्रा में भोजन ना करने के कारण पेट में गैस बनने लगती है।

अनियमित दिनचर्या

अनियमित दिनचर्या के कारण भी गैस बन जाती है। देर रात तक जागना, सुबह देर तक सोना, देर तक बैठे रहना, ना के बराबर शारीरिक गतिविधि का होना आदि भी गैस की समस्या के कारणों में से हैं ।

मानसिक तनाव

जरूरत से ज्यादा मानसिक तनाव के कारण भी गैस की समस्या हो जाती है।

नशीले प्रद्धार्थ का सेवन

धूम्रपान, अल्कोहल का सेवन भी गैस की समस्या को जन्म देता है।

गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थ

कुछ खाद्य पदार्थ जैसे बींस, मटर और साबुत अनाज से भी गैस बन सकती है। इसके अलावा ब्रोकली , एस्परेगस और पत्ता गोभी भी गैस बनाते हैं।

वजन बढ़ने के कारण

गर्भावस्था में बार-बार भूख लगने पर कुछ महिलाओं की खुराक बढ़ जाती है और इसके कारण उनका वजन बढ़ने लगता है। वजन बढ़ने के कारण भी गर्भवती को गैस की समस्या होने लगती है।

गर्भावस्था के दौरान कब्ज

कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान कब्ज की समस्या अधिकतर देखी जाती है । पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है और आंतो में भोजन बहुत देर तक रहता है इस कारण भी गैस बनने लगती है।

अभी हमने गर्भावस्था के दौरान गैस बनने के कारणों पर चर्चा की ,आइए अब जानते हैं गर्भावस्था में गैस बनने पर क्या करना चाहिए ।

गर्भावस्था में गैस का उपचार

गर्भवती महिलाओं पर हुए रिसर्च ओं के अनुसार गर्भावस्था में गैस बनने से रोकने, कम करने और कंट्रोल करने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाया जाना चाहिए।

नियमित दिनचर्या और जीवनशैली

गैस की समस्या को नियंत्रित करने के लिए अपनी दिनचर्या का सुधार आवश्यक है ।समय पर सोना एवं समय पर उठना आपको गर्भावस्था के दौरान गैस की समस्या से निजात दिलाने के लिए सहायक सिद्ध होता है।

भोजन को करने का सही तरीका

भोजन को सही समय पर और खूब चबा चबाकर खाने से भी पेट में गैस कम बनती है।

रेशेदार खाद्य पदार्थों का सेवन

  • पेट में गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर दें ।
  • अत्याधिक तला भुना और मसालेदार खाना खाना बंद कर दें ।
  • अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां एवं रेशेदार खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें जिससे कब्ज की समस्या नहीं होगी और पेट में गैस भी नहीं बनेगी।
  • अधिक मात्रा में पानी पिए जिसके कारण कब से नहीं होगी और गैस भी नहीं बनेगी।

 

नशीले प्रद्धार्थ का सेवन

धूम्रपान अथवा अल्कोहल का सेवन या तो पूर्णता बंद कर दें या बेहद कम कर दे जिससे गैस की समस्या नहीं होगी ।

व्यायाम

हल्का फुल्का व्यायाम करें उसके कारण पाचन तंत्र अधिक सक्रिय होगा ।

टाइट कपड़े

पेट पर ज्यादा टाइट कपड़े ना पहने ।

यह थे कुछ उपाय जिन्हें अपनाकर हम गर्भावस्था के दौरान गैस की समस्या होने से रोक सकते हैं।

घरेलू नुस्खे

इतना सब कुछ करने के पश्चात भी यदि गैस की समस्या होती है तो उसे खत्म करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी आजमाए जा सकते हैं जो इस प्रकार हैं।

नींबू

गैस की समस्या में नींबू अधिक कारगर साबित होता है। सुबह-सुबह गर्म पानी में नींबू का रस डालकर पीने से गैस की समस्या से राहत मिलती हैं।

मेथी

मेथी दानों का सेवन भी गैस की समस्या में लाभदायक साबित होता है ।

धनिया

गैस की समस्या में धनिया का सेवन भी लाभ देता है। खाने में धनिए की पत्तियों का प्रयोग करें अथवा एक ग्लास छाछ में धनिया के सिके हुए साबुत बीज डालकर पीएं ।

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